बुधवार, 11 जनवरी 2012

फेशन से बदलता भारत और भारत के लोग ...


यदि हम खुद को भारत का प्रतिनिधि समझते है ,तो हमें विशाल हृदय एवं  मस्तिष्क रखना चाहिए | साथ ही हमें अपने पहनावे पर भी नियंत्रण रखना चाहिए | क्योंकि ओछे व्यक्ति बड़े -बड़े कार्यो को संपन्न नहीं कर सकते | पहनावे का भी इसमें बड़ा योगदान होता है , क्योंकि पहनावा आपके रहन -सहन और आपकी सोच को प्रदर्शित करता है | दुनिया में सभी लोग खुद को अलग और नयी विशेषताओं के साथ प्रदर्शित करना चाहते है और पहनावा इसमे अहम् भूमिका निभाता है | कोई अपनी हेसियत के अनुसार महंगे कपड़े पहनता है और उसमें भी सोने या हीरे से सजाता है | ये दिखावा होते हुए भी किसी के लिए सुन्दर दिखने की कोशिश है तथा इसमें महिलाएं भी पीछे नहीं है |

ये एक सच है ,की गरीबो को तन ढकने का कपड़ा नहीं मिलता पर ऊँची हेसियत रखने वाली महिलाये कपड़े को कम करके ही पहनती है, उनके कपड़े जितने छोटे होगे वे लोगो का उतना ज्यादा से ज्यादा ध्यान खींच पायेगे | आजकल युवा विदेशी कपड़े पहनकर ऐसा समझते है की हम भी विदेशीयो से कम नहीं और हमने भी उनकी बराबरी कर ली है | और अब हम दुसरे लोगो से कुछ ऊँचे हो गये है तो वे सभी लोग ये सच सुन ले की हम भारतीय है | अगर हम विदेशी कपड़े पहनले खूब सारा पाउडर लगा ले , तो भी हम विदेशियों की तरह गोरी चमड़ी वाले नहीं बन पायेगे |

हम भारतीय है यही हमारी मूल पहचान है | तो बेकार के दिखावे से परहेज करे और वैसे कपड़े पहने जिससे हम भारतीयता छोड़ते हुए ना लगे क्योंकि खुद की पहचान ही सब कुछ होती है | मैं यह कहना चाहती हूँ की जब आप स्वयं को भारतीय मानते है , तो इस बात का दृढता से विश्वास करे की आप विश्व में भारत का प्रतिनिधित्व करते है | तो दुनिया के सभी लोग में आपकी विशिष्ट पहचान आपके भारतीय होने से है , इसलिए गर्व से कहे की हम भारतीय है | और ये हमारी कथनी और करनी में साफ़ नज़र आये |

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